हनुमान जी के भजन लिखित में

मित्रों अगर आप हनुमान जी के भजन लिखित में ढूंढ रहे हैं, तो आपको इस आर्टिकल में हनुमान जी के भजन लिखित में मिल जाएंगे। हमने हनुमान जी के 10 से अधिक भजन यहां पर उपलब्ध कराएं हैं। यह सब भजन हिंदी भाषा में उपलब्ध है, जिसे आप आसानी से पढ़ सकेंगे। हनुमान जी के भजन बहुत सारे लोग सीखना और पढ़ना चाहते हैं। इसी कारण हमने इस आर्टिकल में हनुमान जी के भजन लिखे हैं।

हनुमान जी के भजन लिखित में आपको सिर्फ पुस्तकों में ही मिलती थे। हमें भजन पढ़ने के लिए भजनों की पुस्तकों को खरीदना पड़ता था पर अब इंटरनेट का जमाना आया है। आपको सभी पुस्तकों में दिए गए भजन इंटरनेट पर मुफ्त में मिल जाएंगे । जिसे आप आसानी से अपने मोबाइल के जरिए पढ़ सकते हैं। हमने नीचे हनुमान जी के 7 सबसे लोकप्रिय भजन लिखे हैं। आशा करते हैं की यह आपको नीचे दिए गए भजन बहुत पसंद आएंगे।

सबसे पसंदीदा हनुमान जी के भजन लिखित में

मित्रों नीचे हमने सबसे पसंदीदा हनुमान जी के भजन देखे हुए हैं।

पार न लगोगे श्री राम के बिना – भजन

पार न लगोगे श्रीराम के बिना,
राम न मिलेगे हनुमान के बिना |

राम न मिलेगे हनुमान के बिना,
श्रीराम न मिलेंगे हनुमान के बिना ||

वेदों ने पुराणो ने कह डाला,
राम जी का साथी बजरंगबाला |

जीए हनुमान नहीं राम के बिना,
राम भी रहे न हनुमान के बिना ||

पार न लगोगे श्रीराम के बिना,
राम न मिलेगे हनुमान के बिना |

राम न मिलेगे हनुमान के बिना,
श्रीराम न मिलेंगे हनुमान के बिना ||

जग के जो पालनहारे है,
उन्हे हनुमान बड़े प्यारे है |

कर लो सिफ़ारिश दाम के बिना,
रस्ता न मिलेगा हनुमान के बिना ||

पार न लगोगे श्रीराम के बिना,
राम न मिलेगे हनुमान के बिना |

राम न मिलेगे हनुमान के बिना,
श्रीराम न मिलेंगे हनुमान के बिना ||

जिनका भरोसा वीर हनुमान,
उनका बिगड़ता नही कोई काम |

लक्खा कहे सुनो हनुमान के बिना,
कुछ न मिलेगा गुणगान के बिना ||

पार न लगोगे श्रीराम के बिना,
राम न मिलेगे हनुमान के बिना |

राम न मिलेगे हनुमान के बिना,
श्रीराम न मिलेंगे हनुमान के बिना ||

झंडा बजरंग बली का – भजन

लहर लहर लहराए रे,
झंडा बजरंग बली का |
बजरंग बली का झंडा,
बजरंग बली का ||
देखो लहर लहर लहराए रे,
झंडा बजरंग बली का ||

इस झंडे में क्या क्या गुण है,
बोलो क्या गुण है, कहो क्या गुण है |
ये सीता का पता लगाए रे,
झंडा बजरंग बली का ||

इस झंडे में क्या क्या गुण है,
बोलो क्या गुण है, कहो क्या गुण है |
ये तो अक्षय को मार गिराए रे,
झंडा बजरंग बली का ||

इस झंडे में क्या क्या गुण है,
बोलो क्या गुण है, कहो क्या गुण है |
ये तो सोने की लंका जलाये रे,
झंडा बजरंग बली का ||

इस झंडे में क्या क्या गुण है,
बोलो क्या गुण है, कहो क्या गुण है |
देखो लक्ष्मण प्राण बचाए रे,
झंडा बजरंग बली का ||

इस झंडे में क्या क्या गुण है,
बोलो क्या गुण है, कहो क्या गुण है |
सीता से राम को मिलाये रे,
झंडा बजरंग बली का ||

इस झंडे में क्या क्या गुण है,
बोलो क्या गुण है, कहो क्या गुण है |
सीने को फाड़ दिखाए रे,
झंडा बजरंग बली का ||

इस झंडे में क्या क्या गुण है,
बोलो क्या गुण है, कहो क्या गुण है |
ये भक्तो मान बढ़ाये रे,
झंडा बजरंग बली का ||

लहर लहर लहराए रे,
झंडा बजरंग बली का |
बजरंग बली का झंडा,
बजरंग बली का ||
देखो लहर लहर लहराए रे,
झंडा बजरंग बली का ||

खुश होंगे हनुमान – भजन

सुबह शाम आठो याम यहीं नाम लिए जा
खुश होंगे हनुमान राम राम किए जा

लिखा था राम नाम वो, पथ्थर भी तर गए
किए राम से जो बैर, जीते जी वो मर गए
बस नाम का रसपान, ए इंसान किए जा
खुश होंगे हनुमान राम राम किए जा

राम नाम की धुन पे नाचे हो कर के मतवाला
बजरंगी सा इस दुनिया में कोई ना देखा भाला
जो भी हनुमत में दर पे आता, उसका संकट ताला
मुख में राम, तन में राम, जापे राम राम की माला

जहाँ राम का कीर्तन वही हनुमान जति हो
गोदी मे गणपति को लें शिव पार्वती हो
सियाराम की कृपा से सौ साल जिए जा
खुश होंगे हनुमान राम राम किए जा

जिसपे दया श्री राम की, बाका न बाल हो
उसका सहाय ‘लक्खा’ अंजनी का लाल हो
‘राजपाल’ तू हर हाल में जैकार किए जा
खुश होंगे हनुमान राम राम किए जा।

हे महावीर करो कल्याण – भजन

मंगल मूर्ति राम दुलारे
आन पड़ा अब तेरे द्वारे

हे बजरंगबली हनुमान
हे महावीर करो कल्याण
हे महावीर करो कल्याण

तीनो लोक तेरा उजियारा
दुखियों का तूने काज संवारा

तीनो लोक तेरा उजियारा
दुखियों का तूने काज संवारा

हे जगवंदन केसरी नंदन
हे जगवंदन केसरी नंदन

कष्ट हरो हे कृपा निधान
कष्ट हरो हे कृपा निधान

मंगल मूर्ति राम दुलारे
आन पड़ा अब तेरे द्वारे

हे बजरंग बली हनुमान
हे महावीर करो कल्याण
हे महावीर करो कल्याण

तेरे द्वारे जो भी आया
खाली नहीं कोई लौटाया

तेरे द्वारे जो भी आया
खाली नहीं कोई लौटाया

दुर्गम काज बनावन हारे
दुर्गम काज बनावन हारे

मंगलमय दीजो वरदान
मंगलमय दीजो वरदान

मंगल मुरती राम दुलारे
आन पड़ा अब तेरे द्वारे

हे बजरंग बली हनुमान
हे महावीर करो कल्याण
हे महावीर करो कल्याण

तेरा सुमिरन हनुमत वीरा
नासे रोग हरे सब पीरा

तेरा सुमिरन हनुमत वीरा
नासे रोग हरे सब पीरा

राम लखन सीता मन बसिया
राम लखन सीता मन बसिया

शरण पड़े का कीजै ध्यान
शरण पड़े का कीजै ध्यान

मंगल मूर्ति राम दुलारे
आन पड़ा अब तेरे द्वारे

हे बजरंगबली हनुमान
हे महावीर करो कल्याण

हे महावीर करो कल्याण
करो कल्याण, करो कल्याण।

लेके संजीवनी संकट को मिटाने आजा – भजन

लेके संजीवनी संकट को,
मिटाने आजा |

वीर बजरंगी लखन भैया,
को बचाने आजा |

मेरे बजरंगी लखन भैया,
को बचाने आजा ||

देर हो जाएगी तो,
प्राण निकल जाएँगे |

माँ सुमित्रा को
भला कौन मुँह दिखाएँगे ||

सब कहेंगे की यहाँ,
राम ने नादानी की |

अपनी पत्नी के लिए,
भाई की क़ुर्बानी दी ||

अपने इस राम को,
अपयश से बचाने आजा |

वीर बजरंगी लखन भैया को,
बचाने आजा |

मेरे बजरंगी लखन भैया को,
बचाने आजा ||

दुख में नल नील,
जामवंत और सुग्रीव यहाँ |

मेरे हनुमंत तुमने,
कर दी इतनी देर कहाँ ||

पुरे ब्रह्मांड में ना ऐसा,
कोई शोक हुआ |

की जिसकी आह से,
आहत ये तीनो लोक हुआ ||

गीत अब अनुज का,
देवेंद्र सुनाने आजा |

वीर बजरंगी लखन भैया को,
बचाने आजा |

मेरे बजरंगी लखन भैया को,
बचाने आजा ||

लेके संजीवनी संकट को,
मिटाने आजा |

वीर बजरंगी लखन भैया को,
बचाने आजा |

मेरे बजरंगी लखन भैया को,
बचाने आजा ||

आ लौट के आजा हनुमान – भजन

आ लौट के आजा हनुमान,
तुझे तेरे राम बुलाते है,
लक्ष्मण के बचा ले प्राण,
लक्ष्मण के बचा ले प्राण,

तुझे तेरे राम बुलाते है,
आ लौट के आजा हनूमान,
तुझे तेरे राम बुलाते है।।

गए पवन सूत लाने संजीवन
अब तक क्यों नही आये
सेनापति सुग्रीव पुकारे
नर बानर घबराये

सब लोग भये सुनसान
तुम्हे श्री राम बुलाते है
आ लौट के आजा हनुमान
तुम्हे श्री राम बुलाते है

कभी तडपते कभी बिलखते
जीभर के प्रभु रोते
हाये लखन अपनी माता का बेटा है इकलौता

यु रुदन करत है महान
तुम्हे श्री राम बुलाते है
आ लौट के आजा हनुमान
तुम्हे श्री राम बुलाते है

बीती सारी रेन के अब तो,
क्षण भर भी ना बाकी,
देखत देखत राह तुम्हारी,
बैरन अँखियाँ थाकि,

सूर्योदय लेगा जान,
तुझे तेरे राम बुलाते है,
आ लौट के आजा हनूमान,
तुझे तेरे राम बुलाते है।।

पहली किरण उगने ना पाई,
ले आए संजीवन,
मूर्छा दूर करी लक्ष्मण की,
तन कर दीन्हा कंचन,

बजरंग तू ही बलवान,
तुझे तेरे राम बुलाते है,
आ लौट के आजा हनूमान,
तुझे तेरे राम बुलाते है।।

आ लौट के आजा हनुमान,
तुझे तेरे राम बुलाते है,
लक्ष्मण के बचा ले प्राण,

तुझे तेरे राम बुलाते है,
आ लौट के आजा हनूमान,
तुझे तेरे राम बुलाते है।।

दुनिया में देव हजारों हैं – भजन

दुनिया में देव हजारो है,
बजरंग बली का क्या कहना,

इनकी शक्ति का क्या कहना,
इनकी भक्ति का क्या कहना,
दुनिया मे देव हजारो है,
बजरंग बली का क्या कहना।।

ये सात समुन्दर लाँघ गए,
और गढ़ लंका मे कूद गए,
रावण को डराना क्या कहना,
लंका को जलाना क्या कहना,
दुनिया मे देव हजारो है,
बजरंग बली का क्या कहना।।

जब लक्ष्मण जी बेहोश हुए,
संजीवनी बूटी लाने गए,
लक्ष्मण को जिलाना क्या कहना,
पर्वत को उठाना क्या कहना,
दुनिया मे देव हजारो है,
बजरंग बली का क्या कहना।।

‘बनवारी’ इनके सीने में,
सियाराम की जोड़ी रहती है,
ये राम दिवाना क्या कहना,
गुण गाये जमाना क्या कहना,
दुनिया मे देव हजारो है,
बजरंग बली का क्या कहना।।

दुनिया में देव हजारो है,
बजरंग बली का क्या कहना,
इनकी शक्ति का क्या कहना,
इनकी भक्ति का क्या कहना,
दुनिया मे देव हजारो है,
बजरंग बली का क्या कहना।।

ऊपर दिए हुए हनुमान जी के भजन लिखित में आप कभी भी अपने मोबाइल के जरिए इस पेज पर पढ़ सकते हैं। अगर आप चाहे तो यह भजन अपने नोटपैड में कॉपी करके रख सकते हैं। अगर आपको हनुमान जी का कोई अन्य भजन चाहिए, तो हमें नीचे कमेंट बॉक्स में बताइए। हम उस भजन को आपके लिए यहां उपलब्ध कराएंगे।

मित्रों आपको हनुमान जी के भजन लिखित में कैसे लगे यह हमें नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताइए। अगर आपको यह भजन पसंद आए हैं तो आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ जरूर शेयर करें।

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